नमस्कार दोतो आज मै आप को
डेंगू रोग के बारे में विस्तार से बताऊंगा की डेंगू रोग क्या होता है , डेंगू कैसे
होता है ,डेंगू रोग कैसे फैलता है ,डेंगू के लक्षण , डेंगू से बचाव के तरीके
,डेंगू के top 5 लक्षण और डेंगू के top 5 बचाव के तरीके बारे में बताऊंगा |
डेंगू बुखार आज के समय
में फैलने वाली एक खतरनाक वायरल रोग है जो मादा एडीज मच्छरों के काटने से फैलता है
| अकेला एक संक्रमित मच्छर ही अनेक logo को डेंगू रोग से ग्रसित कर सकता है |
डेंगू एक ऐसा बुखार है जो ठहरे हुए पानी में पैदा हुए मच्छरों के काटने पर होता है
और इन्ही के द्वारा यह रोग एक इंसान से दुसरे दुसरे को संक्रमित कर सकता है |
यदि
मच्छर डेंगू पीड़ित व्यक्ति को काटने के बाद किसी दुसरे व्यक्ति को कटता है तो उसको
को डेंगू बुखार हो सकता है | डेंगू से बचने के लिए सतर्कता रखना और बचाव के उपाय
करना बहुत ही अवश्यक है |
डेंगू बुखार क्या होता है ?
डेंगू एक वायरस से होने
वाली बीमारी का नाम है जो मादा एडीज मच्छर के काटने से होती है | इस मच्छर के
काटने से विषाणु तेजी से मरीज के शारीर में अपना असर दिखाने लगता है |
जिसके कारण
तेज बुखार और सर दर्द जिअसे बहुत से लक्षण दिखाई देते है | डेंगू बुखार को हड्डी
तोड़ बुखार भी कहा जाता है | डेंगू होने पर मरीज के खून में प्लेटलेट्स की संख्या
तेजी से घटती है जिसके कारण कई बार जान जाने की जोखिम भी बन जाता है |
डेंगू बुखार के लक्षण ?
डेंगू के मच्छर गंदे पानी की बजाय साफ पानी में पनपता है इसलिए घर के अंदर या
घर के आसपास पानी इकट्ठा ना दें | बरसात में गमलों, कूलरों, टायर आदि में एकत्रित हुए पानी में यह मच्छर अधिक मात्रा में पाया जाता है |
डेंगू में बुखार
बहुत तेज होता है और इसके साथ ही कमजोरी चक्कर भी आता रहता है. कुछ लोगों को चक्कर
आने की वजह से बेहोशी छा जाती है |
रोगी के मुंह का स्वाद बदल जाता है और उसे
उल्टियां भी आती हैं. सिरदर्द, बदन दर्द और पीठ के दर्द की भी शिकायत होती है
|
Ø
तेज बुखार : डेंगू होने का प्रमुख लक्षण तेज बुखार है |
डेंगू में 102 -103 F तक बुखार आना आम बात
है |
Ø
बदन टूटना : डेंगू में ज्यादातर जोड़ो ,मांसपेसियो और
हड्डियो में दर्द होता है |
Ø
जी मिचलाना : यह भी एक लक्षण है | डेंगू में आप को घबराहट
महसूस होती है |
Ø
लाल चकत्ते दिखाई देना : डेंगू से ग्रसित रोगी के शरीर में छोटे छोटे
लाल चकत्ते या रैसेस हो जाते है | इन रैशेस में कभी कभी खुजली भी होती है |
Ø
आँख के पीछे दर्द : ज्यादातर डेंगू से पीड़ित logo के आँख के
पीछे दर्द की शिकायत करते है |यह दर्द आँखों के मूवमेंट से बढता है |
Ø
डेंगू से
पीड़ित लोगों का खाना पचाने में दिक्कत होने लगती है।
Ø
मरीज को भूख
नहीं लगती है।
Ø
उसका
ब्लडप्रेशर कम हो जाता है। उसे चक्कर आने लगते हैं, कमजोरी
महसूस होने लगती है।
Ø
बॉडी में
प्लेटलेट्स कम हो जाते हैं। लीवर और सीने में फ्लूइड का जमा हो जाता है।
अगर आपको मौसम बदलने के दौरान खासकर बरसात के समय में तेज बुखार ,चकत्ते ,बदन
दर्द होता है तो डॉक्टर से परामर्श और मेडिकल जाँच जरुर करवाए |
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डेंगू बुखार से बचने के उपाय
डेंगू में बुखार
बहुत तेज होता है और इसके साथ ही कमजोरी और चक्कर भी आता है | कुछ लोगों को चक्कर
आने की वजह से बेहोशी छा जाती है | रोगी के मुंह का स्वाद बदल जाता है और उसे
उल्टियां भी आती हैं | सिरदर्द, बदन दर्द और पीठ के दर्द की भी शिकायत होती है.
अगर आपको इनमें से
कोई भी लक्षण दिखे तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं और प्लेटलेट्स काउंट चेक कराएं | समय
पर किया गया इलाज आपको डेंगू से निजात दिला सकता है |
प्लेटलेट्स के कम
होने या ब्लड प्रेशर के कम होने का भी खतरा बढ़ जाता है. अगर रोगी को खून आना शुरू
हो जाए तो तुंरत अस्पताल जाना चाहिए |
Ø
डेंगू रोग
से बचने के लिए आप अपने आस-पास मच्छरों को पनपने ना दें।
Ø
डेंगू का
मच्छर सामान्य तौर पर दोपहर यानी दिन में काटता है।
Ø
अपने घर में
और घर के आस-पास सफाई रखें पानी को जमा
ना होने ना दें। चाहे वह कूलर का पानी हो या फूल के गमले का या बाल्टी का पानी हो, पानी को
खाली करते रहना और साफ रखना चाहिए।
Ø
अगर खुले
में सोना मजबूरी है तो मच्छरदानी का प्रयोग करें।
Ø
घर में
हमेशा मच्छर को भगाने वाली अगरबत्ती का प्रयोग करें।
Ø
घर में घूप
बत्ती जलाकर रखें ताकी वातावरण शुद्द रहे।
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